सेलूलोज़ (cellulose) एक महत्वपूर्ण कार्बनिक यौगिक है जो पौधों की कोशिकाओं के दीवारों में मुख्य संरचनात्मक तत्व है। यह प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाला एक बहुपरिष्कृत पॉलीसैकराइड है, जो ग्लूकोज़ यूनिट्स से बना होता है। औद्योगिक क्षेत्र में सेलूलोज़ का उपयोग विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए किया जाता है, इसकी विशेष भौतिक और रासायनिक विशेषताओं के कारण।
सेलूलोज़ का एक अन्य महत्वपूर्ण औद्योगिक उपयोग खाद्य उद्योग में देखा जाता है। यहाँ इसे थिकनर और जेलीफायर के रूप में उपयोग किया जाता है। यह खाद्य उत्पादों की स्थिरता बढ़ाने और बनावट को सुधारने में मदद करता है। हाइड्रॉक्सिप्रोपिल मेथिलसेलूलोज़ (HPMC) और कार्बोक्सीमेथिलसेलूलोज़ (CMC) जैसे संशोधित सेलूलोज़ यौगिकों का पानी में घुलनशीलता और जेल बनाने की क्षमता उन्हें खाद्य प्रसंस्करण में लोकप्रिय बनाती है।
इसके अलावा, सेलूलोज़ का उपयोग फार्मास्युटिकल उद्योग में भी होता है। यहाँ यह एक बाइंडर के रूप में काम करता है और दवाओं की निर्माण प्रक्रिया में स्थिरता प्रदान करता है। इसके अलावा, यह गैस्ट्रोपैप्टिक उत्पादों में भी प्रयोग होता है क्योंकि यह शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को प्रभावित नहीं करता है।
इन्हीं सब उपयोगों के अलावा, सेलूलोज़ ने पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ बायोडिग्रेडेबिल सामग्री के विकास में भी अहम भूमिका निभाई है। बायो-प्लास्टिक्स जैसे नए सामग्रियों में सेलूलोज़ का उपयोग किया जा रहा है, जिससे प्लास्टिक के प्रदूषण को कम करने में मदद मिल सके।
अंततः, सेलूलोज़ एक बहुपरकारी औद्योगिक सामग्री है, जो विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उपयोगिता साबित कर चुकी है। इसकी स्थिरता और बायोडिग्रेडेबल प्रकृति इसे भविष्य में और भी महत्वपूर्ण बना सकती है।